आज भी सीवर की सफाई हाथ से होती है. सफाई कर्मचारी को ज़रूरी कपड़े और उपकरण भी नहीं दिए जाते हैं. लिहाजा दम घुटने से उनके मरने की खबरें आती ही रहती हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण ऐसी स्थिति में दस लाख का मुआवज़ा देना होता है लेकिन उसे हासिल करने के लिए भी अदालत ही जाना होता है.
from Videos https://ift.tt/3CxsPe2
रवीश कुमार का प्राइम टाइम : सीवर में उतरकर दम तोड़ते लोगों के लिए खुला न्याय का एक रास्ता https://ift.tt/eA8V8J
By -
September 21, 2021
0
Tags:
Post a Comment
0Comments