राजनीति में जब मां गंगा का उच्चारण होता है तो उसका भाव हमेशा वैसा नहीं होता, जैसा धर्म और संस्कृति की मान्यताओं में होता है. 2014 में मां गंगा ने बुलाया था. सबके खाते में लाखों रुपये भेजने के साथ-साथ उस चुनाव में मां गंगा का बुलाना भी एक बड़ा प्रतीक बना.
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रवीश कुमार का प्राइम टाइम : क्यों नहीं साफ हुई गंगा 2022 तक, वादा था बीजेपी का https://ift.tt/YzOW3jo
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July 30, 2022
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